सीतामढ़ी रिगा: खैरवा के ग्रामीणों ने विकेश कुमार पूर्वे पर दायर मुकदमे में उच्च स्तरीय जांच की मांग की विशेष लिंक पर उपलब्ध
#सीतामढ़ी रीगा :- खैरवा के ग्रामीणों ने बिकेश कुमार पूर्वे पर दायर मुकदमे में उच्च स्तरीय जांच मांग की।
#क्या है मामला:- 22/04/2020 को रीगा थाना में समाजसेवी विकेश कुमार पूर्वे पर सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाकर लगाया जाता है। यह आरोप और कोई नहीं खैरवा वार्ड 01 के वार्ड सदस्य प्रतिभा देवी रीगा प्रखंड विकास पदाधिकारी के दबाव में उन पर यह आरोप लगाया जाता है। रीगा प्रखंड विकास पदाधिकारी के दबाव में f.i.r. हुआ यह बात वार्ड सदस्या के पति digital media के कैमरे पर स्वीकार कर चुके हैं। #इसी संबंध में खैरवा के ग्रामीणों ने रीगा थानाध्यक्ष को इस मामले की जांच करने के लिए आवेदन दिए हैं। उस आवेदन में 100 से अधिक ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं। ग्रामीणों ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
🔵 जानिए:-काहे खफा थी रीगा BDO - प्रखंड कार्यालय में जितने भी घूसखोरी व बंदरबांट का काम चल रहा था ।विकेश कुमार पूर्वे के हस्तक्षेप से उस पर रोक लग गया था। जिला प्रशासन सीतामढ़ी प्रखंड कृषि पदाधिकारी रीगा पर भी जांच कमेटी बैठा दी थी। रीगा अंचल कार्यालय में घूस लेकर पर्चा काटने का मामला नेशनल मीडिया की टीवी पर भी प्रसारित किया गया था। यह सभी मामला समाजसेवी बिकेश कुमार पूर्वे ने उजागर किया था। इसलिए प्रखंड के पदाधिकारी इन पर खींजे थे। जब प्रखंड क्षेत्र के खैरवा गांव में जलजमाव का मामला विकेश कुमार पूर्वे ने BDO के समक्ष रखा तो BDO इन पर चिढ़ गई और वार्ड सदस्या के साथ मिलकर एक सुनियोजित साजिश के तहत स्कूल झूठे मुकदमे में फंसा दिया गया। जब लॉक डाउन था तो नाला निर्माण संबंधी कार्य होने का तो सवाल ही नहीं उठता ।जब सरकारी काम ही नहीं हो रहा था । तो उसमें बाधा डालने का आरोप कैसे लगाया गया सवाल उठना तो लाजमी है।
🔵 रीगा थाना प्रभारी की भूमिका संदेह के घेरे में:- जब रीगा थाना क्षेत्र में अक्टूबर 2019 में गैंगरेप होता है। तो उसमें वारदात के 3 दिन बाद एफ आई आर दर्ज होती हैं। 6 महीने बीत जाने के बाद भी दोनों आरोपी में से कोई अभी तक गिरफ्तार नहीं हो पाया है ।यह रीगा थाना के लिए कामयाबी हैं। लेकिन जब जिला के चर्चित एक समाजसेवी के खिलाफ रीगा थाना में आवेदन आता है तो उसी वक्त बिना जांचे- परखे f.i.r. कर दिया जाता है। थाना प्रभारी हो या प्रखंड विकास पदाधिकारी सभी के आंखों में समाज सेवी विकेश कुमार पूर्व खटक रहे थे। इसी पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर प्रखंड के संबंधित पदाधिकारी ने सुनियोजित तरीके से इस कार्य को अंजाम दिया है।
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