सीतामढ़ी रिगा:ब्रेकिंग रिगा से यदुवंश पंजियार और राजकुमार की विशेष रिपोर्ट लिंक पर क्लिक करें।
#सीतामढ़ी रीगा:- समाज के लिए समाजसेवी को आवाज उठाना पड़ा महंगा, रीगा BDO ने अनपढ़ महिला वार्ड पार्षद को मोहरा बना करवाई FIR
#जब 2 साल से सड़क पर है घुटने तक पानी का जमावड़ा, कैसे लड़ेगा मलेरिया और चमकी बुखार से सीतामढ़ी
#मामला सीतामढ़ी जिले के रीगा थाना क्षेत्र की पोसुआ पटनिया पंचायत का,
#पोसुआ पटनिया पंचायत के खैरवा गांव में लगभग 2 सालों से लगभग 200 मीटर के करीब घुटने भर पानी का जमावड़ा लगता है। जिसमें कई बार छोटे-छोटे बच्चियां डूब चुकी है ।प्रखंड प्रशासन समेत जिला प्रशासन को भी कई बार इसकी सूचना दी गई लेकिन किसी स्तर से कोई कार्यवाही नहीं हुआ। सीतामढ़ी जिला मलेरिया के लिए दवा उपलब्ध करवा रही है ।आसपास जल जमाव नहीं होने देने के सलाह दे रही है ।लेकिन जनप्रतिनिधि व पदाधिकारियों की बंदरबांट ने ख़ैरवा गांव के निवासियों का जीना मुहाल कर दिया है। नाला तो बनी, पैसा भी पास हुआ। पर किस-किस साहब के अकाउंट में गया यह पता नहीं, ग्रामीण का सब्र अब जवाब दे चुका है। कल कुछ ग्रामीण के द्वारा सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया। खैरवा क्षेत्र के एक समाजसेवी ने जब इस जल -जमाव पर आवाज उठाया तो उनके आवाज को खामोश करने के लिए रीगा प्रखंड विकास पदाधिकारी ने अनपढ़ वार्ड महिला पार्षद से मिलकर उन पर F. I .R करवा दी । यह बात महिला वार्ड पार्षद के पति ने खुद कैमरे पर स्वीकार किया है। ग्रामीणों ने बताया कि वार्ड पार्षद व प्रखंड विकास पदाधिकारी मिलकर युवा समाजसेवी विकेश कुमार पूर्व की आवाज को दबाने के लिए तरह-तरह के संयंत्र रच रहे हैं । कुछ तथाकथित स्थानीय पत्रकार वर्षों से इस मामले पर गोबर -माटी लगाते आये हैं। जिला प्रशासन सीतामढ़ी द्वारा सम्मानित रीगा प्रखंड विकास पदाधिकारी का क्या विकास है ? जिला प्रशासन यहां आकर देखें ग्रामीणों की मांग है । विशेष खबर के लिए थोड़ा इंतजार कीजिए।
#रीगा से राजकुमार की रिपोर्ट