बिहार :ब्रेकिंग-बिहार में अपराधी तड़ीपार और अमीर को ही मिलती ही है टिकट विस्तृत रिपोर्ट के लिए लिंक पर क्लिक करें।
#बिहार:- बिहार में अपराधी,तडीपार,अमीर को ही टिकट मिलता है। नेता गरीब के लिये आवाज उठाते- उठाते अचानक करोड़पति बन जाते है।
🔵 covid 19 महामारी के बीच बिहार में विधानसभा चुनाव का सरगर्मी तेज हो चुकी है। सभी पार्टी अपने अपने स्तर से चुनाव की तैयारी के लिए कमर कस चुकी हैं। चुनाव से पहले तो पार्टी वादा करती है कि हम युवाओं को मौका देंगे, सत्ता की कमान युवाओं के हाथ में होगी, युवा को रोजगार मिलेगा, स्वरोजगार होगा बेरोजगारी दूर होगी। लेकिन चुनाव जीतते ही यह सारे मुद्दे ,विचार घरे के धरे रह जाते हैं।
🔵 आखिर सभी राजनीतिक पार्टियां अपने बुजुर्ग नेता पर ही क्यों भरोसा करते हैं। क्या उन्हें युवा राजनेता पर भरोसा नहीं ? क्या हर राजनीतिक पार्टी यही फार्मूला अपनाती है कि जो मझे हुए नेता हैं उसे ही सत्ता सौंपा जाए, मंत्री पद दिया जाए जो युवा हैं उनको तो यह सब जानते जानते सालों लग जाएगा।
🔵 कोई भी राजनीतिक पार्टियां हो एक आम पार्टी कार्यकर्ता को टिकट दे नहीं सकती सभी राजनीतिक दल करोड़ों में अपने टिकट का सौदा करती है चाहे उसके लिए उस विधानसभा क्षेत्र को बागी अपराधी, तड़ीपार नेता, ही क्यों ना मिले। और अंधे मतदाता भी सिर्फ पार्टी को देखकर उस व्यक्ति को भी वोट दे देती है जिसको कभी राजनीति से वास्ता रहा ही नहीं हो, जो पार्टी का झंडा कभी उठाया तक नहीं, जिन पर दर्जनों आपराधिक मामला दर्ज हो, ऐसे नेता को हम पार्टी को देखकर सिर्फ गद्दी पर बैठा देते हैं और यही नेता हमारे सर पर चढ़कर नाचती है। जब जनता सवाल करती है तो उन्हें अपने अपराधियों से दबाव दिलवाकर चुप करा दिया जाता।
🔵 राजनीतिक दल हर चुनाव में युवाओं को विकास के नाम पर लॉलीपॉप थमाती आई है । बड़े-बड़े रैलियों में नेता लोग कहते हैं कि हम युवाओं को आगे लाएंगे, युवाओं को मौका देंगे लेकिन जब बाड़ी युवा के हाथ में सत्ता सौंपने की होती है तो वह उन पर भरोसा नहीं करते है। उस बुजुर्ग नेता पर भरोसा करते हैं वह घोटालेबाज अनुभव प्राप्त नेता पर ही वह विश्वास करते हैं क्योंकि युवाओं को अपने खेमे में लेने के लिए कुछ समय लगेगा तब तक कई साल बीत जाएगा।
🔵 युवाओं के हाथ में इस साल एक बेहतर मौका है सत्ता परिवर्तन करने का, युवा इस बार रोजगार, शिक्षा ,उद्योग इस सब को ध्यान में रखते हुए वोट दें। किसी भी पार्टी के बिछाए हुए सब्जबाग में ना फंसे। क्योंकि पार्टी तो बात युवाओं की करती है लेकिन सत्ता बुजुर्ग नेताओं को सौंपती है। आखिर ऐसी अनदेखी युवा वर्ग कब तक सहते रहेंगे। इस बिहार विधानसभा चुनाव में युवाओं के पास एक ऐसा मौका है जो बिहार की तकदीर और तस्वीर बदल कर रख सकती है ।जात -पात से ऊपर उठकर हमें चुनाव में वोट करना है।
#जिला मुख्यालय से आलोक कुमार